मुंबई हिंदी ब्लॉग मिट
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मुंबई हिंदी ब्लॉग मिट
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मुंबई हिंदी ब्लॉग मिट
सांय ठीक ३:३० बजे भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई के उपनगर बोरीवली पश्चिम स्थित संजय गांधी नेशनल पार्क मे मुंबई ब्लोगर मीट के अवतरण का भागीरथी प्रयास आरम्भ हुआ. अटल हिमालय के रूप मे स्थापना हुई मुंबई ब्लोगरो के स्नेह की;जँहा गंगा के स्त्रोत फूटे और उसका अजस्त्र प्रवाह आसेतु -मुंबई हिंदी चिठ्ठा जगत के मन के हिमालय कों आप्लावित कर गया. ६ दिसंबर 2009 रविवार का वह मुंबई हिंदी चिठ्ठा जगत का एतिहासिक शुभ दिन भगवान भरत, बहुबली की विशालकाय प्रतिमाओं के सानिध्य मे , श्री दिगंबर जैन त्रिमूर्ति मंदिर संजय गांधी नेशनल पार्क बोरीवली के विशाल प्रागण मे मुंबई के ब्लोगर पहली बार रूबरू हुए.
समारोह दिल्ली से पधारे वरिष्ट हिंदी ब्लोगर श्री अविनाश वाचस्पतिजी की पावन निश्रा ; और महावीर बी सेमलानी एवं विवेक रस्तोगी के निर्देशन मे व श्रेष्ठ गणमान्य ब्लोगर श्री सूरज प्रकाश श्री राजकुमार सिंह , श्री डॉ. रुपेश श्रीवास्तव (पनवेल) , श्री सतीश पंचम , श्री विमल वर्मा, श्री अजय कुमार, श्री आलोक नंदन (चित्रकार) श्रीमती आशा अनिल आचरेकर, रश्मिजी रविजा, शमाजी (पूना से ), फ़रहीन जी ( पनवेल) का स्नेह -आशीष १५ ब्लोगोरो का अदम्य उत्साह; सब कुछ मन मस्तिष्क कों उद्धेलित कर गया और नियति के गर्भ मे अनंत संभावनाओं का बीजा रोपण कर गया.
श्री सूरज प्रकाश जी ने सभी कों वेलकम किया. बाद मे गुलाब के फूलो से अविनाशजी का अभिवादन किया श्री विवेकजी ने . सभी बोल्गारो का स्वागत किया फुल हार के माध्यम से. यह देखा बड़ी ही प्रसन्नता हुई सभी ब्लोगर समान्तर रूप से बैठे थे. कोई बड़ा नहीं कोई छोटा नहीं . सभी कों अपनी भावनाओं कों रखने का समान रूप से अवसर मिला.
ताऊ श्री रामपुरियाजी एवं समीरलाल जी उड़न तस्तरी द्वारा भेजे शुभ सन्देश की जानकारी महावीर बी सेमलानी ने सभी ब्लोगरो कों दी . बारी बारी से सभी ब्लोगरो ने ने अपने ब्लोगिग सफ़र की यादे ताज की तो यूनिकोड कों ब्लोगिग जगत के लिए वरदान बताया. बिच मे बिच मे हसी एवं मोजा मस्ती के ठहाके भी सुनाए दी.
इस बिच चाय बिस्किट आ गाए . शमाजी ने अपने २० ब्लॉग होने की की जानकारी दी तो रश्मिजी रविजा ने भी अपने ब्लॉग "मन का पाखी " के बारे मे बताया . अविनाशजी ने अपने अनुभव बाटे. तो श्री आलोक नंदनजी ने अविनाशजी महावीर , सूरज प्रकाशजी का सुन्दर स्केश ही बना कर सभी कों आत्म विभोर कर दिया. सभी मुम्बईया ब्लोगर अपनी तेज भागती दिनचर्या कों आज विराम देकर बड़ी प्रसंता से पाँच घंटे तक आपस मे मंथन करते रहे और इस मंथन के पश्चात जो भी अम्रत निकलेगा वो ब्लोगिग सफ़र कों स्थाईत्वत़ा प्रदान करेगा.
करीब छ: बजे नास्ते के प्लेट लगा चुकी थी . विवेक जी के प्रयास की सहराना करनी पड़ेगी की इस मायानगरी मे मुंबई ब्लोगर मीट का सफल इंतजाम करा. शाम सात बजे इस भावना के साथ सभी ब्लोगरो ने अलविदा ली की हम एक बार फिर से जल्दी ही मिलेगे. सभी लोग घर की तरफ प्रस्तान कर दिया . सूर्य अस्त चुका था. जंगल मे अन्धेरा छा चुका था. रात के समय मे शेर-चीतों का भय सताना लाजमी था. अब एक नए सबेरे के इंताजर मे कल निकलने वाले नये सूरज के स्वागत करने निकल पडा मुंबई का ब्लोगर .
"हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए.
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए".
एक सन्देशमहसुर चित्रकार आलोक नंदन जी ने अविनाश वाचस्पति,सूरज प्रकाश,महावीर बी सेमलानी का चित्र बनाया .
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चित्र और रेखाचित्रमय विवरण पढ़ कर आनन्द आया.
अच्छी कवरेज :)
सुन्दर लेखा-जोखा। रेखाचित्र बेहतरीन!
बधाई सफल आयोजन के लिये..
wah!!
इस सफल आयोजन के लिए बहुत बहुत बधाई !!
सभी जीवन्त चित्रों को देखकर आनन्द आ गया!
रपट लगाने के लिए आभार!
रिपोर्ट का अंदाज, बयानी, विस्तार और चित्र देख कर आनन्द आ गया. महावीर जी और विवेक जी साधुवाद के पात्र हैं. बहुत बधाई इस सफल आयोजन के लिए.
जितनी सुंदर व्यवस्था आपने और विवेक जी ने की थी उतना ही सुंदर रिपोर्ट आपने तय्यार किया , आभार और बधाई
बहुत अच्छी रिपोर्ट और आप सब मिले
जानकार प्रसन्नता हुई
स स्नेह,
- लावण्या
आप और विवेक जी जिस तरह शुरू से अंत तक जुटे हुए थे कि कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हो, समय समय पर अन्य सुविधाओं जैसे कि समय पर चाय-नाश्ते आदि का प्रबंध हो साथ ही साथ ब्लॉगिंग पर बातचीत में रह रह कर हिस्सा भी ले रहे थे वह देखकर काफी अच्छा लगा।
हृदय से आप लोगों को मैं धन्यवाद देता हूँ कि आप लोगों की कर्मठता की वजह से ही यह मिलन सार्थक रहा।
NICE :)
वाह अविनाशजी, आपसे दिल्ली में मिलना याद आ रहा है. मजा आ गया..... मैं छः महीनेकी साधनासे अब लौटा हूँ. वेब साईट तो ध्वस्त हुई, अब अपने ब्लाग पर ही सजूँगा, साधना के साथ. ... साधक
सफल आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई...
बढिया रिपोर्ट
बधाई सफल आयोजन के लिये..!!!
सफल आयोजन
Waah bhai Waah!!
चित्र और रेखाचित्र दोनों लाजवाब
क्षमा करेंगे मुंबई टाईगर जी, मैं चित्रकार नहीं हूं...एन.डी.एडम ने ये रेखाचित्र बनाई है...कृपया इसे ठीक कर ले...कहीं गलतफहमी हो रही है...मैने इयता पर इस बारे में लिखा भी है...एन डी एडम के बारे मे। रपट अच्छी है...लौट कर फिर आता हूं।
bahut badhiya...
bahut jivant varnan.
badhaai...!!
अरे वाह
इतना सुंदर और उपयोगी विवरण।
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